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हरि धरै मुकुट खेले होरी || Hari dharai mukut khele hori || Kumauni Holi

होली हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है, जिस हिंदू धर्म के सभी मानने वाले लोग बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। यह त्यौहार संपूर्ण भारतवर्ष में अति हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है तथा हर क्षेत्र में होली को मनाने का अपना-अपना तरीका है। देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड में होली को एक बेहद ही शानदार अंदाज में मनाया जाता है, वैसे तो यहां भी होली रंगों के साथ मनाई जाती है लेकिन यहां की खड़ी होली पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। 

खड़ी होली क्या है? 

उत्तराखंड में खड़ी होली मनाया जाने का एक पुराना रिवाज रहा है इस होली में सभी पुरुष एवं महिलाएं एक गोल घेरा बनाते हैं तथा होली के विभिन्न गीतों को गाते हैं, यह गीत होली गीत के नाम से जाने जाते हैं। 
खड़ी होली में गाए जाने वाले अनेक गीत हैं जिनमें से आज हम आपको “हरि धरै मुकुट खेले होरी” के बोल के विषय में बताने जा रहे हैं, इस होली गीत में भगवान कृष्ण  को संबोधित किया गया है और यह खड़ी होली में गाए जाने वाली  होली है।
krishna

हरि धरै मुकुट खेले होरी

हरि धरै मुकुट खेले होरी
हरि धरै मुकुट खेले होरी

कहाँ से आये कुँवर कन्हैया
कहाँ से आये कुँवर कन्हैया
कहाँ से राधा गोरी, हरि धरै मुकुट खेले होरी

मथुरा से आये कुँवर कन्हैया
मथुरा से आये कुँवर कन्हैया
गोकुल से राधा गोरी, हरि धरै मुकुट खेले होरी

कितने बरस के कुँवर कन्हैया
कितने बरस के कुँवर कन्हैया
कितने बरस राधा गोरी, हरि धरै मुकुट खेले होरी

बारह बरस के कुँवर कन्हैया
बारह बरस के कुँवर कन्हैया
सात बरस राधा गोरी, हरि धरै मुकुट खेले होरी

कैसे बरन के कुँवर कन्हैया
कैसे बरन के कुँवर कन्हैया
कैसे बरन राधा गोरी, हरि धरै मुकुट खेले होरी

श्याम बरन के कुँवर कन्हैया
श्याम बरन के कुँवर कन्हैया
पीहले बरन राधा गोरी, हरि धरै मुकुट खेले होरी

काहिन को तेरो खम्बो बनो है
काहिन को तेरो खम्बो बनो है
काहिन को लागी डोरी, हरि धरै मुकुट खेले होरी

अगर चन्दन को खम्बो बनो है
अगर चन्दन को खम्बो बनो है
रेशम की लगी डोरी, हरि धरै मुकुट खेले होरी

Hari dharai mukut khele hori

Hari dharai mukut khele hori

Hari dharai mukut khele hori

Kahan se aaye Kunwar Kanhaiyaa

Kahan se aaye Kunwar Kanhaiyaa

Kahan se Radha Gori, Hari dharai mukut khele hori

Mathura se aaye Kunwar Kanhaiyaa

Mathura se aaye Kunwar Kanhaiyaa

Gokul se Radha Gori, Hari dharai mukut khele hori

Kitne baras ke Kunwar Kanhaiyaa

Kitne baras ke Kunwar Kanhaiyaa

Kitne baras Radha Gori, Hari dharai mukut khele hori

Barah baras ke Kunwar Kanhaiyaa

Barah baras ke Kunwar Kanhaiyaa

Saat baras Radha Gori, Hari dharai mukut khele hori

Kaise baran ke Kunwar Kanhaiyaa

Kaise baran ke Kunwar Kanhaiyaa

Kaise baran Radha Gori, Hari dharai mukut khele hori

Shyaam baran ke Kunwar Kanhaiyaa

Shyaam baran ke Kunwar Kanhaiyaa

Pihle baran Radha Gori, Hari dharai mukut khele hori

Kahaan to tero khambo bano hai

Kahaan to tero khambo bano hai

Kahaan to laagi dori, Hari dharai mukut khele hori

Agar chandan ko khambo bano hai

Agar chandan ko khambo bano hai

Resham ki laagi dori, Hari dharai mukut khele hori

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