मदमहेश्वर मंदिर || Madmaheshwar Mandir
नमस्कार दर्शकों देवभूमि उत्तराखंड अपने मंदिरों, तीर्थ स्थलों तथा पर्यटक स्थलों के लिए विश्व में प्रसिद्ध है। देश विदेश से लोग यहाँ के तीर्थ स्थलों के दर्शन करने के लिए आते हैं। चाहे चारधाम हो अथवा हिल स्टेशन सबसे पहले उत्तराखंड का नाम ही सामने आता है। आज के इस लेख में, हम आपको पंच केदारों में से एक मदमहेश्वर मंदिर के विषय में बताने जा रहे हैं।
मदमहेश्वर मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में उखीमठ से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह शिव का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जिसे स्थानीय भाषा में मदमहेश्वर के नाम से जाना जाता है।पहले यह मंदिर मध्य माहेश्वरी के नाम से प्रचलित था। यह मंदिर भगवान शंकर को समर्पित है। मदमहेश्वर मंदिर को पंच केदारों में गिना जाता है।
प्राचीन धर्मग्रंथों के अनुसार इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने अपनी स्वर्ग यात्रा के दौरान करवाया था। यहाँ मंदिर ऊंचे ऊंचे हिमशिखरों से घिरा है। तथा। इसके कपाट साल में कुछ के लिए ही खुलते हैं। मंदिर नवंबर से अप्रैल के महीनों के दौरान बंद रहता है, इस दौरान प्रार्थना ऊखीमठ में स्थानांतरित कर दी जाती है।
मदमहेश्वर मंदिर तक पहुंचना आसान नहीं है, क्योंकि यहाँ तक पहुंचने के लिए काफी पैदल चलना पड़ता है परंतु इसके पश्चात भी काफी संख्या में भक्त मदमहेश्वर मंदिर आते हैं तथा भगवान के दर्शन प्राप्त करते हैं। यदि आप इस मंदिर तक सफर तय करेंगे तो मंदिर पहुंचने के बाद आपको अत्यंत खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य भी देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही भाग पंच केदारों में से एक मदमहेश्वर मंदिर दर्शन के होंगे।