देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का पौराणिक इतिहास तथा देहरादून के कुछ पर्यटक स्थल।

देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का पौराणिक इतिहास तथा देहरादून के कुछ पर्यटक स्थल।


प्रिय पाठकों आपका MyDevBhoomi.in में स्वागत है, आज के इस लेख में हम आपको देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी "देहरादून" विषय में बताने जा रहे हैं और आपको "देहरादून" के पौराणिक इतिहास, तथा पर्यटक स्थलों के विषय में बताएंगे यदि आप  देहरादून के विषय में जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।


Dehradun



देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, एक शहर होने के साथ-साथ उत्तराखंड का जिला भी है, जिसका मुख्यालय देहरादून में है। देहरादून में 6 तहसीलें तथा 6 विकास खंड है, इस जिले में 18 शहर है तथा इस जिले की कुल आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 1,696,694 है



आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार         1,696,694

पुरुषों की जनसंख्या                                       892,199

महिलाओं की जनसंख्या                                  804,495

क्षेत्र (प्रति वर्ग कि.मी.)                                      3,088

घनत्व (प्रति वर्ग कि.मी.)                                  549



देहरादून का अपना एक पुराना गौरवशाली इतिहास है, जिसकी झलक यहां आज भी देखने को मिल जाती है।


देहरादून का पौराणिक इतिहास (Mythological History of Dehradun.) 


देहरादून दो शब्दों "देहरा" ( देहरा की उत्पत्ति डेरा शब्द से हुई है ) और "दून" से मिलकर बना है, जिसमें डेरा का अर्थ है " शिविर" तथा दून का अर्थ है "घाटी " जब सिख गुरु गुरु राम राय अपने अनुयायियों के साथ इस क्षेत्र में आए तो उन्होंने यहां डेरा स्थापित किया , कुछ समय पश्चात इसी डेरे की आसपास इस नगर का विकास हुआ जिस कारण इस नगर का नाम देहरादून पड़ गया प्रतिवर्ष गुरु राम राय के सम्मान में यहां भव्य मेले का आयोजन भी होता है


प्राचीन पौराणिक कथा के अनुसार भगवान राम और रावण के बीच युद्ध के पश्चात, भगवान राम और उनके भाई लक्ष्मण ने इसी स्थान में आकर तपस्या की थी। इसके साथ ही महाभारत काल के समय में भी स्थान का जिक्र मिलता है, कहा जाता है कि कौरव और पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य का जन्म में भी इसी स्थान में हुआ थादेहरादून में कई प्राचीन मंदिर मिल जाते हैं जो महाभारत, और रामायण काल के बताए जाते हैं यहां के खंडहर 2000 वर्षों से भी पहले के बताए जाते हैं



देहरादून के प्रमुख पर्यटक स्थल ( Major tourist places in Dehradun )


देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी होने तथा एक भव्य एवं गौरवशाली इतिहास होने के कारण देहरादून में अनेकों पर्यटक स्थल है जहां आप घूमने जा सकते हैं। देहरादून में प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक घूमने आते हैं, यहां के मंदिर, शिक्षण संस्थान, गुरुद्वारे विश्व प्रसिद्ध है।


देहरादून के कुछ पर्यटक स्थल ( Some tourist places in Dehradun )।


  • टपकेश्वर महादेव मंदिर
  • सहस्त्रधारा
  • मालसी डियर पार्क
  • राजाजी राष्ट्रीय उद्यान
  • वन अनुसंधान संस्थान
  • हर की दून
  • रॉबर्ट गुफा


उत्तराखंड का एक पवित्र तीर्थ एवं पर्यटक स्थल ऋषिकेश।

टपकेश्वर महादेव मंदिर ( Tapkeshwar Mahadev mandir ) 


टपकेश्वर महादेव मंदिर देहरादून के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, टपकेश्वर महादेव मंदिर देहरादून के केंद्र से 6.5 किलोमीटर दूर गढ़ी कैंट छावनी क्षेत्र में तमसा नदी के तट पर स्थित है तथा यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कौरव और पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य ने इस स्थान पर भगवान शंकर की कठोर तपस्या की, जिस कारण भगवान शंकर ने प्रसन्न होकर उन्हें दर्शन दिए। गुरु द्रोणाचार्य के आग्रह पर भगवान शंकर शिवलिंग के रूप में स्थापित हो गए और गुरु द्रोणाचार्य द्वारा भगवान शंकर की पूजा करने पर अश्वत्थामा का जन्म हुआ।

कहा जाता है कि अश्वत्थामा ने गुफा के भीतर 6 माह तक एक पैर पर खड़े होकर भगवान शंकर की पूजा की, जब भगवान शंकर ने प्रसन्न होकर अश्वत्थामा को दर्शन दिए तो अश्वत्थामा ने उनसे दूध मांगा। भगवान शंकर ने शिवलिंग के ऊपर गाय के थन बना दिए जिसमें से दूध की धारा बहने लगी, जिस कारण भगवान शंकर को दूधेश्वर भी कहा जाने लगा।

कलयुग में यह दूध की धारा, जल की धारा में परिवर्तित हो गई और आज भी निरंतर इस स्थान पर स्थित शिवलिंग पर गिर रही है।

भगवान शंकर ने अश्वत्थामा को पूर्णिमा के दिन दर्शन दिए थे, जिस कारण पूर्णिमा के दिन भगवान शंकर का दूधेश्वर के रूप में श्रृंगार किया जाता है।

टपकेश्वर महादेव मंदिर में सावन तथा शिवरात्रि के दिन देश विदेश से बहुत से भक्त आते हैं, जो अपनी मनोकामनाओं को  लेकर भगवान शंकर के समक्ष आते हैं और कहा जाता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे दिल से अपनी मनोकामना लेकर आता है, भगवान शंकर उसे कभी भी निराश नहीं करते, और अपने भक्तों की सभी मनोकामना को पूरी करते हैं।


सहस्त्रधारा ( Sahastradhara )


सहस्त्रधारा देहरादून के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है, यह देहरादून के केंद्र से 16 किलोमीटर दूर राजपुर गांव के पास स्थित है। सहस्त्रधारा मुख्य रूप से अपने प्राकृतिक गंधक झरनों और पिकनिक के लिए प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि यहां के प्राकृतिक गंधक झरनों के जल से त्वचा संबंधी रोग दूर होते हैं।

सहस्त्रधारा में लोग मुख्य रूप से पिकनिक मनाने के उद्देश्य से जाते हैं, यहां पर आप नदी में स्नान कर सकते हैं, घूम सकते हैं तथा इसके लिए आपसे कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता।

सहस्त्रधारा के पास ही एक प्राचीन शिव मंदिर भी है जिसके दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं, सहस्त्रधारा जोयलैंड में आप मजेदार झूलो तथा वाटर स्लाइडिंग का आनंद ले सकते हैं। यदि आप रोपवे से पहाड़ों का आनंद लेना चाहते हैं तो भी आप सहस्त्रधारा जा सकते हैं क्योंकि यहां पास में ही एक रोपवे है जिसमें आप कुछ मामूली शुल्क को देकर जा सकते हैं।


मालसी डियर पार्क ( Malsi Deer Park )


मालसी डियर पार्क राजाजी नेशनल पार्क के बाद देहरादून का दूसरा ऐसा पर्यटक स्थल है जो प्रकृति प्रेमियों के बीच अति लोकप्रिय है, यहां आपको भरपूर प्राकृतिक सौंदर्य देखने के लिए मिल जाएगा। मालसी डियर पार्क देहरादून शहर से कुछ दूर शिवालिक रेंज के आधार पर स्थित है, शहर की भागदौड़, शोर, और व्यस्त जीवन से दूर मालसी डियर पार्क मन को सुख प्रदान करने वाला है।

वैसे तो मालसी डियर पार्क हिरण के लिए प्रसिद्ध है लेकिन मालसी डियर पार्क में आपको खरगोश, मोर, नीलगाय तथा कभी-कभी बाघ भी दिख सकता है

यदि आप प्रकृति प्रेमी है तथा एकांत में कुछ समय व्यतीत करना चाहते हैं तो आपको मालसी डियर पार्क अवश्य जाना चाहिए।


राजाजी नेशनल पार्क ( Rajaji National Park )


राजाजी नेशनल पार्क उत्तराखंड के 3 जिलों देहरादून, हरिद्वार और पौड़ी में फैला है इसे तीन अभयारण्य राजाजी, चिल्ला, और मोतीचूर के सम्मेलन से बनाया गया था

राजाजी नेशनल पार्क में वन्यजीव तथा वनस्पति प्रचुर मात्रा में उपस्थित है वैसे तो राजाजी नेशनल पार्क मुख्य रूप से हाथियों एवं बाघों के लिए लोकप्रिय है, लेकिन यहां आपको हाथी और बाघ के साथ-साथ, सांभर, किंग कोबरा, भालू, जंगली बिल्ली आदि देखने के लिए मिल जाएंगे।


वन अनुसंधान केंद्र ( Forest Research Institute )


वन अनुसंधान केंद्र ( FRI ) देहरादून का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जो कि 4.5 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है, वन अनुसंधान केंद्र की मुख्य इमारत की वास्तुकला अपने आप में मन को लुभाने वाली है

अनुसंधान केंद्र के भीतर कई म्यूजियम भी है, जो आपको प्रकृति से जोड़ते हैं। संस्थान के अंदर म्यूजियम में आपको पुराने जमाने के औजार, विभिन्न प्रकार की लकड़ियों, जीवो की जानकारी मिल जाएगी। इसके साथ ही यहां के म्यूजियम में कई प्रकार के मॉडल रखे गए हैं जिन्हें देखकर आप अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।

वन अनुसंधान केंद्र में कई फिल्मों को फिल्माया गया है जिस कारण यहां और लोकप्रिय हो जाता है।


हर की दून ( Har Ki Dun )


हर की दून एक मन को भा जाने वाली घाटी है, जो की समुद्र तल से 3,566 मीटर  की ऊंचाई पर स्थित है। हर की दून उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में से एक हैं, जो कि ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध है। यदि आप हर की दून जाते हैं तो रास्ते में सुंदर नक्काशीदार घर देखने के लिए मिल जाएंगे, शहर से दूर यह क्षेत्र के मन को शांति प्रदान करने वाला है।



रॉबर्ट गुफा ( Robber’s Cave )

रॉबर्ट गुफा देहरादून से 8 किलोमीटर दूर एक नदी गुफा है जोकि स्थानीय रूप से गुचुपानी ( Gucchupani ) के नाम से जानी जाती है। यह देहरादून का एक माना जाना पर्यटक स्थल है जहां पर लोग मुख्य रूप से पिकनिक मनाने आते हैं। यह बच्चों तथा देहरादून में रह रहे छात्रों के लिए सप्ताह के अंत में जाने का स्थान भी है।

आप रॉबर्ट गुफा यानी कि गुछुपानी में पिकनिक मनाने के लिए गुफा से कुछ दूर झरने की ओर भी जा सकते हैं।


कुछ अन्य प्रश्न ( Some Other Questions )।



देहरादून कैसे जाएं ( How to reach Dehradun? )?


आप देहरादून ट्रेन, बस अथवा हवाई सफर तीनों से जा सकते हैं


बस से देहरादून कैसे जाएं ( How to reach Dehradun by Bus )?

यदि आप बस के माध्यम से देहरादून जाना चाहते हैं तो आपको बहुत ही बसे मिल जाएंगी, उत्तराखंड से देहरादून के लिए रोडवेज की बहुत सी बसें मिल जाती है यदि आप दिल्ली से आ रहे हैं तो भी आपको बहुत ही आसानी से देहरादून के लिए बस मिल जाएगी।


ट्रेन से देहरादून कैसे जाएं ( How to reach Dehradun by Train )?

यदि आप ट्रेन से देहरादून जाना चाहते हैं तो आप अपने स्थान से देहरादून की ट्रेन का विवरण दे सकते हैं, यहां के रेलवे स्टेशन में अनेकों जगह से ट्रेन आती है।

हवाई सफर से देहरादून कैसे जाएं ( How to reach Dehradun by air )?

यदि आप हवाई सफर के माध्यम से देहरादून जाना चाहते हैं तो आप यह भी कर सकते हैं, क्योंकि देहरादून में एक एयरपोर्ट है जिसे जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है।


देहरादून से मसूरी की दूरी कितनी है ( What is the distance from Dehradun to Mussoorie )?

देहरादून से मसूरी की दूरी 33 किलोमीटर है


देहरादून से हरिद्वार की दूरी कितनी है ( What is the distance from Dehradun to Haridwar )?

ट्रेन से सफर करने पर देहरादून से हरिद्वार की दूरी 52 किलोमीटर है


हरिद्वार उत्तराखंड का एक पवित्र धार्मिक पर्यटक स्थल ।





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